akhilesh kumar
Classics
मुझे पता है
मेरी चीखें
घुट जाएंगी
दस गुणा दस के
कमरे में... हमेशा के लिए
क्या तुम्हें पता है
ये दीवारें
इक दिन हथियार बन कर
लड़ेंगी.. दिन और रात से
तुम्हारे लिए।
तजुर्बे से सम...
जनता
नपुंसक
चौराहे सूनसान...
कोई शहर
पगडंडी
अमेरिका
लड़कियां
नदियों में
कार्यक्रम से बंधे जाते श्रोता तुम तो सबके प्रीत हो ! कार्यक्रम से बंधे जाते श्रोता तुम तो सबके प्रीत हो !
स्नेह प्यार का लेप कर ये मजबूत राह नयी देती हैं। स्नेह प्यार का लेप कर ये मजबूत राह नयी देती हैं।
करना न उनको कभी तुम नाराज़, देकर उनको कुछ पलों का साथ। करना न उनको कभी तुम नाराज़, देकर उनको कुछ पलों का साथ।
नमन नमन माँ शक्ति नमन नमन तुम्हें।। नमन नमन माँ शक्ति नमन नमन तुम्हें।।
और माँ बाप की इज्जत का ख्याल आ गया मुझे।। और माँ बाप की इज्जत का ख्याल आ गया मुझे।।
स्त्री और मां बाप दोनो को संभालने की, कला का उसको नहीं कोई ज्ञान है। स्त्री और मां बाप दोनो को संभालने की, कला का उसको नहीं कोई ज्ञान है।
बरक्कत से अपनी भर रख उसकी झोली हर रात बने दीवाली हर दिन हो उसकी होली।। बरक्कत से अपनी भर रख उसकी झोली हर रात बने दीवाली हर दिन हो उसकी होली।।
अच्छे अच्छे सूरमा चकनाचूर हुए कलम की ताकत जब आ जाए हाथ। अच्छे अच्छे सूरमा चकनाचूर हुए कलम की ताकत जब आ जाए हाथ।
मैरी हर ख्वाहिश पूरी करने वाले महादेव शंकर। मैरी हर ख्वाहिश पूरी करने वाले महादेव शंकर।
उच्च शिखर विराजमान वह सर्वेश कल्याणकारी है। उच्च शिखर विराजमान वह सर्वेश कल्याणकारी है।
एक हाथ आशीर्वाद देने की मुद्रा में है, ये शेर की सवारी करती हैं। एक हाथ आशीर्वाद देने की मुद्रा में है, ये शेर की सवारी करती हैं।
देवी अत्यंत दयालु कृपालु हैं रोगनाशक हैं, ये महायोगिनि महायोगीश्वरी हैं। देवी अत्यंत दयालु कृपालु हैं रोगनाशक हैं, ये महायोगिनि महायोगीश्वरी हैं।
अब तो सनम आ जाओ, नजर के जाम पिला दो, जनीशार कर देंगे सनम, ये वादा है मेरा। अब तो सनम आ जाओ, नजर के जाम पिला दो, जनीशार कर देंगे सनम, ये वादा है मेरा।
अपने सम्बंधों पर आवश्यक पुनर्विचार के लिये। अपने सम्बंधों पर आवश्यक पुनर्विचार के लिये।
जब हाय राम वो सूर्य की रश्मियाँ आ पड़ी भाल। जब हाय राम वो सूर्य की रश्मियाँ आ पड़ी भाल।
यादों की दुनिया अलग, अलग है इनकी रीत। भूले से कब भूलती, पहली-पहली प्रीत।। यादों की दुनिया अलग, अलग है इनकी रीत। भूले से कब भूलती, पहली-पहली प्रीत...
मुझे खुद से ज्यादा उसकी जरूरत दिखाई देती है। ईश्वर तुम पर कृपा करे माई मुझे खुद से ज्यादा उसकी जरूरत दिखाई देती है। ईश्वर तुम पर कृपा करे माई
कष्ट मिटावेंगे वे सबके उनके चरणों को रख ध्यान अपना जनम सफल तब जान। कष्ट मिटावेंगे वे सबके उनके चरणों को रख ध्यान अपना जनम सफल तब जान।
सुखद अहसास होगा जब। बागों में फल फूल लगेंगे।। सुखद अहसास होगा जब। बागों में फल फूल लगेंगे।।
दूसरों के आँसू में जाने क्या ख़ुशी मिलती है मतलबी है दुनिया और है मतलबी लोग। दूसरों के आँसू में जाने क्या ख़ुशी मिलती है मतलबी है दुनिया और है मतलबी लोग।