अमेरिका
अमेरिका
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अमेरिका !
दुनिया में
जमीन का सिर्फ
इक टुकड़ा तुम्हारा है
हर मुल्क की मानिंद
सीमाएं हैं
जमीनी
समुद्री
अपने अपने जज्बात हैं
कायदे से जीने के सलीके भी
पूरी आजादी के साथ
साम्राज्यवाद का रोग
गढ़ने की क्या जरूरत
साम्राज्यवाद के
नाखूनों से डर कर
कोई मुल्क नहीं झुकेगा
घुटनों के बल
तुम्हारे स्वागत के लिए
अमेरिका !!
तुमने नाखूनों में
जादूगरनी की तरह
सपने तो नहीं देखे
दुनिया में साम्राज्य जमाने के
जादूगरनी अपने नाखूनों से ही
गला घोट कर मरती रही है...
तुम्हें सारे मुल्क
ताप लेंगे अलाव में
रतजगा के बहाने।।।