STORYMIRROR

Ashish Anand Arya

Romance

3  

Ashish Anand Arya

Romance

मुबारक हो...

मुबारक हो...

1 min
253

जाने कितने लम्हे

जाने कितने साल

बीतते गये संग

तेरे मेरे हाल...


अजब खुशियों की तरावट

गज़ब तरीकों से मुस्कुराहट

हाथों में ले हाथ

उत्तर पाते गये सब सवाल...


ये उम्र का दायरा...

ये ज़िन्दगी की तस्वीरें..

सब पर ही हावी

मिल, हम-तुम हुए ऐसे कमाल...


शादी की सालगिरह मुबारक

मुबारक फिर ये एक नया साल,

ज़िन्दगी की खूबसूरती मुक़द्दर

यूँ... तेरे हाथों में मेरे हाथ कमाल।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance