मत कहो यह नौटंकी हैं
मत कहो यह नौटंकी हैं
खामोश ! आजादी - आजादी
हर वक्त चिल्लाते रहते हो
नाक में दम कर रखा हैं
रास्ता रोको ,धरना करते हो
खामोश ! अगर सच बोलोगे
तो तुम बहुत पछतावोगे
होगा विकास , बनेगे विश्वगुरु
एक दिन कहने में क्या जाता हैं ?
खामोश रहो , बिलकुल चुप रहो
कुछ मत बोलो हमें पता हैं
तुम टुकड़े - टुकड़े गैंग हो
बामपंथी हो ,देशद्रोही हो
हमें विश्वगुरु भी बनना हैं
बुलेट ट्रैन भी चलाना हैं
परजीवी ,आन्दोलनजीवी लोगो
सोचो जिंदा हो ,वो क्या कम हैं ?
खामोश ! सिर्फ देखते रहो
यह तो सिर्फ झांकी हैं
पिक्चर तो अभी बाकी हैं
मत कहो यह नौटंकी है।