Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Vivek Sehgal

Romance

4  

Vivek Sehgal

Romance

मर भी गए तो मिलेंगे वहीं

मर भी गए तो मिलेंगे वहीं

1 min
308


थी कितनी वो रात हसीन

लबों से हमने कहानी लिखी

कुछ मैंने कही कुछ तुम्हें कही

वादों से हमने दास्तान बुनी 


दो ही सही पल याद रहेंगे

जब तक दिल में धड़कन रही


अवाज़ ना हो ना साज़ कोई

जहां दुनिया की दिवार नहीं

जहां कोई रुत और रिवाज़ नहीं

मर भी गए तो मिलेंगे वहीं


याद करेंगे हमको वो दिल

सहम सहम जब मिलेंगे कहीं

खत और फूलों पे होगा कहीं

अमर हमारा नाम वहीं 


दो ही सही पल याद रहेंगे

जब तक समय में चाल रही


शक ना हो ना डर कोई

जहां गम की बयार नहीं

जहां कोई रुत रिवाज़ नहीं

मर भी गए तो मिलेंगे वहीं।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance