क्या स्वाधीनता नहीं हिस्से में मेरे ?
क्या स्वाधीनता नहीं हिस्से में मेरे ?
बचपन से बड़ों की आज्ञा का पालन किया
बचपन से ही सीखा सत्य का प्रयोग
कथन पिता का अंतिम वर्ण
पितृों के जतनों को सादर ग्रहण किया
बचपन से सीखा धरोहर से योग
प्रतिष्ठा कुटुंब की असली धन
करुणा और वात्सल्य को परिपक्वता का अर्थ दिया
बचपन से सीखा लालच का त्याग
वचन संभाला जैसे स्वर्ण
क्यों विचलित होती मेरी अभिलाषा
करने को कुछ भिन्न कुटुंब से ?
क्या स्वाधीनता नहीं हिस्से में मेरे ?