मोहन ज़ल्दी आ ज़ाना
मोहन ज़ल्दी आ ज़ाना
तीरछी नज़र है तेरी मोहन,
करती है जादू टोना।
सपनो में आकर मत सताना,
अब हमसे न छुपाना।
प्यास लगी है तेरी मोहन,
आकै प्यास बुझाना।
सुंदर मूरत दिखा दे तेरी,
अब हमसे न छुपाना।
मधुर मुरली बजाकर मोहन,
चैन न मेरा चुराना।
मीठी मीठी तानें बजाकर,
घायल मुझे न बनाना।
मेरे मन का राजा तु मोहन,
दौड़ के जल्दी आ जाना,
"मुरली" तेरी छवि है भीतर,
दिल में तू बस जाना।
