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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Tragedy Fantasy

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Dhanjibhai gadhiya "murali"

Tragedy Fantasy

मोहन ज़ल्दी आ ज़ाना

मोहन ज़ल्दी आ ज़ाना

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तीरछी नज़र है तेरी मोहन,

करती है जादू टोना।

सपनो में आकर मत सताना,

अब हमसे न छुपाना।


प्यास लगी है तेरी मोहन,

आकै प्यास बुझाना।

सुंदर मूरत दिखा दे तेरी,

अब हमसे न छुपाना।


मधुर मुरली बजाकर मोहन,

चैन न मेरा चुराना।

मीठी मीठी तानें बजाकर,

घायल मुझे न बनाना।


मेरे मन का राजा तु मोहन,

दौड़ के जल्दी आ जाना,

"मुरली" तेरी छवि है भीतर,

 दिल में तू बस जाना।


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