मोहब्बत का सफर
मोहब्बत का सफर
मोहब्बत के सफर में अक्सर सब खुशियां ढूंढते हैं
हकीक़त में ये प्यार का रास्ता काटो से भरा होता है
मिलेंगे राह में दर्द के सख्त पत्थर ये सब जानते हैं
मगर फिर भी अँधे होकर उस राह पर चल पड़ते हैं
दिल पर ज़ख़्म खाकर आँसुओं का मरहम मलते हैं
खुशियों की ख़्वाहिश में, तन्हाई के दर्द में पलते हैं
चाँद की चाँदनी की चाह में सूरज सी तपिश पाते हैं
रंगीन ख़्वाब देखकर ज़िंदगी को बेरंग बना लेते हैं
मोहब्बत के सफर में अक्सर सब खुशियां ढूंढते हैं
दर्द-ए-दिल से टूटकर सब इश्क़ में बिखरने लगते हैं।