आप हैं
आप हैं
हम जहां रुके नहीं वो आप हैं।
जीने से थके नहीं वो आप हैं।
चांद भी न खास हैं,वो आप हैं।
मेरा जिसको मान हैं वो आप हैं।
ज़िन्दगी जब प्यारी सी लगे, वो आप हैं।
देव भी जब साथ हो,वो आप हैं।
हर कदम का साथ हो, वो आप हैं।
जीने की जो बात हो,वो आप हैं।
आप हैं तो खास हैं ये जहां।
सबसे प्यारी चीज़ भी तो आप हैं।
आपसे से मिला हैं मुझे ये सुकूँ।
ख़ुशी का प्यारा राज भी तो आप हैं।
प्रेम की परिभाषा भी तो आप हैं।
जीने की अभिलाषा भी तो आप हैं।
आप पर लुटा दूँ मैं ये ख़ुशी।
हर ख़ुशी का राज भी तो आप हैं।