दिल
दिल
ये दिल भी क्या चीज है,
धड़क उठता है तेरे नाम से,
बढ़ा देता है बेचैनी मन में,
बेखबर हो जाता हूं हर काम से।
चाहत का दिल से रिश्ता,
कुछ समझ नहीं आता है,
नजरे मिलती है नजरों से,
पर धक धक होता है दिल में।
प्यार का अहसास होता है,
दिल के धड़कने से ही,
वरना नजरे तो हमेशा ही,
बदल जाती हैं एक नज़र पे।