मोहब्बत का दुसरा नाम ❤️😊
मोहब्बत का दुसरा नाम ❤️😊
मोहब्बत का दुसरा कोई नाम नहीं,
ये खुद ही एक मुक्कमल सा ज़हान है।
किसी से रुह का रिश्ता बनाकर,
उसकी रूह से जुड़ जाना ही
मोहब्बत का दूसरा नाम है।
दो दिलों में बसे प्यार के एहसास को,
बिना बोले ही समझ जाना ही
मोहब्बत का दूसरा नाम है।
किसी की तकलीफ़ को,
अपने नयनों के अश्रुओं में लाना ही
मोहब्बत का दूसरा नाम है।
किसी की खुशी के लिए,
खुद की परवाह ना करना ही
मोहब्बत का दूसरा नाम है।
किसी को हर पल दुआओं में मांगना,
खुदा से ये इबादत करना ही
मोहब्बत का दूसरा नाम है।
नफरतों के इस समाज में,
किसी की दीवानों की तरह परवाह करना ही
मोहब्बत का दूसरा नाम है।
किसी के साथ छोड़ कर चले जाने पर भी,
उसका साथ कभी ना छोड़ना ही
मोहब्बत का दुसरा नाम है।
किसी को आंखों में ख्वाबों की तरह बसाना,
उस ख्वाब को हकीकत बनाना ही
मोहब्बत का दूसरा नाम है।