पल भर के लिये
पल भर के लिये
जिंदगी गुजर रही है
तेरे इंतज़ार में ।।
कुछ
पल ही सही
आ भी जा आ भी जा आ भी जा
तेरा मुस्कुराना ,
शरारते ,नादानियां तन्हाई में
याद सताती ।
जिंदगी उम्मीद तेरे दीदार की बाकी।
कुछ पल ही सही
आ भी जा आ भी जा आ भी जा
तेरा तपती दोपहरी में
नंगे पाँव आना रूठना
मनाना गिले ,शिकवे ,शिकायतों
का दौर वादे कस्मे निभाना
आज जिंदगी जीने का बहाना।।
कुछ पल ही सही
आ भी जा आ भी जा आ भी जा
गलियों की कली नाज़ो की
डाली में पली हर जवाँ की
आरजू की नसीब चुलबुली
अरमानों की कश्ती मजधार
में खोजती किनारे का ठिकाना।।
कुछ पल ही सही
आ भी जा आ भी जा आ भी जा
कजरारे नैन हिरनी जैसी
चाल घर से जब भी निकलती
मचलती दिलों साँसों की धड़कन
की एक ही आवाज
काश मेरी जिन्दंगी होती।
कुछ पल ही सही
आ भी जा आ भी जा आ भी जा
तू मकसद की महबूबा
हसरत की आशिकी हस्ती
मस्ती चाँद की चाँदनी
मल्लिकाये मोहब्बत मासूका
कुछ पल ही सही
झलक दिखला जा आ भी जा आ भी जा आ भी जा
कमसिन, भोली ,सूरत
संगेमर की मूरत कोई
करता तेरी इल्तज़ा कोई
इबादत मेरी जिंदगी की
बंदगी तू मेरे लिए खुदा
कुछ पल ही सही
मेरी जिंदगी की मुरादें
क़ुबूल कर आ भी जा आ भी जा
आ भी जा।।

