पानी -1
पानी -1
झरना ,झील ,तालाब नदियां
समन्दर एक तिहाई का ब्रह्माण्ड पानी पानी।
पानी पर्यावरण की शक्ति अनिवार्य।।
बहती नदियों की धाराएं
लम्हा लम्हा बहते पानी का एहसास चलती
जिंदगानी।।
धरती के ह्रदय तल से सूखता पानी
बूँद बूँद कीमत बतलाता पानी।।
शर्म से कोइ पानी पानी, गुस्तगी,
प्यार ,शरारत में सर ऊपर पानी
जंगो का मैदान भी पत पानी।।
पानी दौलत जरुरत पर खर्च
करों गैर जरुरत ना व्यर्थ करों।
पानी का सम्यक, संचय और
निवेशन प्रकृति प्राणी का
संवर्धन, संरक्षण।।
अभी गुन्जाईश है आने वाले
युग काल में पानी के लिये
होगा युद्ध पेट्रोल ,खून से होगा
महंगा पानी।।
सुनों गौर से दुनियांवालो ना
सूखे नज़रो का पानी
ना गुजरे सर से पानी
ना शर्म से हो पानी पानी
पानी दुनियां में है वाजिब।।
पानी से जिंदगानी जिंदगानी
से पानी प्राण प्राणी।।