मन
मन
मन बड़ा चंचल स्थिर नहीं रहता,
यदा -कदा विचलित होता रहता।
मनभावन तो कभी मनमोहक होता,
जिससे जुड़े फिर रिश्ते नये बना देता।
मनमुराद पूरी करें,मनमानी भी करता
कभी जानेमन तो कभी सम्मन देता।
मन के जीते जीत मन के हारे हार होता,
इंसानी आवागमन तो ज़िन्दगी में लगा रहता।
मजबूत हो मनोबल तो मनोकामना पूरी करता,
विचलित मनभाव तो बीच राह में भटका देता।
जरुरी नहीं आदेश से मन मनमाफ़िक काम करता,
मन चंचल,स्वार्थी,निर्मोही ना कर इस पर भरोसा।
