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Akhtar Ali Shah

Inspirational

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Akhtar Ali Shah

Inspirational

अनुशासन

अनुशासन

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होकर के अनुशासित जग में

अगर रहेंगे सुख पाएंगे ।

मंजिल तब कदमों में होगी ,

सुख के सागर लहराएंगे ।।


अनुशासन है नीति संहिता ,

कैसे सफल बनाएं जीवन ।

अगर रहे मर्यादाओं में ,

मीठे मीठे फल खाएंगे ।।


मानव सामाजिक प्राणी है,

एक दूसरे का हित देखें ।

सामाजिकता बनी रही तो,

संकट कभी न गहराएंगे ।।


खुद की बात अगर मानेंगे ,

खुद के नियम जब पालेंगे।

स्व अनुशासन वाले ऐसे ,

लोग महात्मा कहलाएंगे ।।


अनुशासन है समय प्रबंधन,

वक्त गया तो कभी न लौटा ,

अगर हाथ में रखा वक्त तो,

हर बाधा से टकराएंगे ।। 


आत्मा की आवाज सुनी जो ,

ईश्वर के अनुशासन में रह।

लोक और परलोक हमारे ,

दोनों साथ सुधर जाएंगे ।।


"अनन्त" बंधन एक बुराई ,

होने पर भी आवश्यक है ।

लोगों छिपी भलाई इसमें ,

बंधन कहाँ नजर आएंगे ।।



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