STORYMIRROR

Pinky Dubey

Inspirational

4  

Pinky Dubey

Inspirational

गर्व है मुझे की मैं एक नारी हूँ

गर्व है मुझे की मैं एक नारी हूँ

1 min
941

बन्ध हूँ मैं एक पिंजरे मे

खडे़ है लोग नोचने मे 

मार देते है कोक मे जब पता लगता है की मैं एक नारी हूँ 

मगर नही डरूँगी

नही रुकूगी

क्यू ना हो ज़ंजीरो पैरो मे गिरूगी उठूँगी

दिखाउँगी दुनिया को की मे भी एक नारी हूँ 

जीत लूँगी इस दुनिया को

देश को मैं चलाउँगी

पुरुष की इस दुनिया मे 

नाम करके दिखलाउँगी 

नही डरूगी 

नही रुकूगी

ऊड़के मैं दिखलाउँगी नाम करके जाउँगी

इस पुरुषो की दुनिया मे

ऊड़कर मैं दिखलाउँगी

गर्व है मुझे की मैं एक नारी हूँ



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational