मन से मन का तार
मन से मन का तार
मन से मन का तार जुड़ा ,
हुई मन से मन की मित्रता ।
मन जब हुआ अधिक व्याकुल
हो गई उन्ही से शत्रुता ......... ।
उलझ गई तार पड़ी एक गांठ
आ गए दोनों और अधिक पास ।
मन से मन का जुड़ा है तार
कैसे नहीं होगा फिर प्यार .....?
उलझे आपस में या गांठ पड़े ,
सुलझ कर साथ निभाएंगे ।
मन से मन का तार जुड़ा ,
दूर भला कहां जाएंगे ।
रूठेगें और मनाएंगे
हर हाल में साथ निभाएंगे ।