Gajanan Pandey
Tragedy
कल की आस में
चला आया था शहर में
पर सपने अधूरे रह गये
और आज मजबूर है
घर लौट जाने को।
मन आईना है
रंग
संस्कारों से ...
जिंदगी का सफर
समय
पुस्तक
ईश्वर
स्वास्थ्य ही ...
क्या भूलूँ, क...
हमारे हाथ कर्...
जन्मदिन तो अधिकार है, मध्यम और उच्च वर्ग का। जन्मदिन तो अधिकार है, मध्यम और उच्च वर्ग का।
उसके बाद न हम तुम हैं, न जीवन है यादों संग बस उजड़ा हुआ उपवन है। उसके बाद न हम तुम हैं, न जीवन है यादों संग बस उजड़ा हुआ उपवन है।
कुछ टूटे फूटे से थोड़े अक्षर निर्मित शब्द तुम्हारे पास भेज रही हूँ। कुछ टूटे फूटे से थोड़े अक्षर निर्मित शब्द तुम्हारे पास भेज रही हूँ।
हूं मैं एक सफल गृहिणी चलती हूं माथे पे ये अभिमान लिए। हूं मैं एक सफल गृहिणी चलती हूं माथे पे ये अभिमान लिए।
हुईं अश्कियाँ सी आँखें मगर जाहिर न कुछ किया दोस्तों से खामख्वाह नज़र चुराते रहे हम। हुईं अश्कियाँ सी आँखें मगर जाहिर न कुछ किया दोस्तों से खामख्वाह नज़र चुराते र...
कुछ यादें ताज़ा हुई जिनसे मेरी आंखें नम हो गई. कुछ यादें ताज़ा हुई जिनसे मेरी आंखें नम हो गई.
इक्कीसवीं सदी के नाम ये कहाँ हम जाने लगे। इक्कीसवीं सदी के नाम ये कहाँ हम जाने लगे।
आदर सम्मान प्यार से फेसबूक में सदा रंग भरो ! आदर सम्मान प्यार से फेसबूक में सदा रंग भरो !
मेरा दिल एक युद्ध-क्षेत्र अब बन गया यार, भ्रष्टाचार मुक्त भारत करना चाहते ही यार। मेरा दिल एक युद्ध-क्षेत्र अब बन गया यार, भ्रष्टाचार मुक्त भारत करना चाहते ही...
बेटी बन कर आ गई तू क्यों? कितना अच्छा होता जो बेटा हो जाता। बेटी बन कर आ गई तू क्यों? कितना अच्छा होता जो बेटा हो जाता।
आज जब टूटा ख्वाब तो फिर वही बात हुई।। आज जब टूटा ख्वाब तो फिर वही बात हुई।।
प्रीवी पर्स पर जिंदा राजा पागल हो गया। राज नहीं, साम्राज्य नहीं। प्रीवी पर्स पर जिंदा राजा पागल हो गया। राज नहीं, साम्राज्य नहीं।
उन्मुक्त जिदंगी की चाह कुछ उसे यूँ ले डूबी। उन्मुक्त जिदंगी की चाह कुछ उसे यूँ ले डूबी।
शरीर भी टूट चुका था, आत्मा का अंतिम संस्कार होना बाकी था।। शरीर भी टूट चुका था, आत्मा का अंतिम संस्कार होना बाकी था।।
कुछ ढूँढ़ने चला था जो राह निकला मैं खत्म होने का नाम न लेती राह अब तक, कुछ ढूँढ़ने चला था जो राह निकला मैं खत्म होने का नाम न लेती राह अब तक,
वो एलियन था या हम एलियन थे यह परिभाषा ही ब्यर्थ हुई। वो एलियन था या हम एलियन थे यह परिभाषा ही ब्यर्थ हुई।
सोचा था हमने भी करते होंगे प्यार हमें, पर कैसा प्यार यह। सोचा था हमने भी करते होंगे प्यार हमें, पर कैसा प्यार यह।
ये शहर है साथियों और शहर के लोग जहाँ हैं सब अजनबी एक दूसरे के लिए। ये शहर है साथियों और शहर के लोग जहाँ हैं सब अजनबी एक दूसरे के लिए।
याद आयेंगे यकीनन हर खुशी हर एक गम । याद आयेंगे यकीनन हर खुशी हर एक गम ।
टिमटिमाता दिया, जो दिखाता, अंधेरे में प्रकाश। बस यही दिखाता, जीने की आस। टिमटिमाता दिया, जो दिखाता, अंधेरे में प्रकाश। बस यही दिखाता, जीन...