मीठा दर्द........
मीठा दर्द........
दर्द एक अहसास है,
कभी दिखता है तो कभी छुपा रहता है,
वो जो देश की सीमा में तैनात है,
उनके दिल में भी दर्द छुपा है,
ये शायद अपनों से बिछड़ने का है,
पर साथ में आँखों में भी दिखता है,
अपनी मातृभूमि की सुरक्षा करनी है,
सामने दुश्मनों को सबक सिखाना है,
अपनी देश के लिए जी जान से लड़ना है,
उनके मन का ये विश्वास हम पे मुस्कान लाता है,
जब समय आता है, देश का मान बचने का,
तो वो सीना तान के आगे बढ़ते है,
दुश्मनों से लड़ के विजयी होते है,
कुछ लड़ते लड़ते शहीद हो जाते,
अपनी जान की कुर्बानी देते है,
वो जो दर्द उनको सुखद और मीठा लगता है,
पर अपनों के लिए बड़ी मुश्किल होती है,
बिछड़ने का तो कभी समय का सामना करना,
पर इस उदासी की साथ क़ुरबानी को सलाम है,
वो जो अपनी देश के लिए लड़ते है,
हमारे प्यारे वीर जवान कहलाते है,
हम सबके दर्द खुद में समा लेते है,
वो शायद मीठा दर्द है, उनकी ओठों पे खुशी झलकता है,
उनको खो के हम दर्द भरे आंसू बहाते है,
पर वो तो अमर हो के दर्द की मिठास बांटते है,
ये मीठा दर्द सबको नसीब नहीं होता है,
पर जिन्हें ये मिलता है वो अमर हो जाते है,
हे हमारे प्यारे, तुम्हें हम नमन करते है.
