महफिल
महफिल
महफिल लगाना कोई तुझसे सीखे,
दिलो-दिमाग लगाना कोई तुझसे सीखे,
महफिलो मैं होती हैं प्यार की बातें
बातों से यूंँ नशा चढ़ाना कोई तुझसे सीखे,
महफिल में रुठना-मनाना बहुत है
रुठे हुए को मनाना कोई तुझसे सीखे,
लगाकर बैठे थे हम प्यार की महफ़िल
प्यार का इकरार करना कोई तुझसे सीखे।

