महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि
शिव कल्याण करें पार्वती मंगल करें
शिव पार्वती का नित हम वंदन करें
शिव आत्मा हैं पार्वती हैं बुद्धि
दोनों के समुच्चय में हैं सिद्धि
शिव पार्वती अमर प्रेम सिखाते
हर जन्म एक दूजे का प्रेम पाते
दोनों का आदर्श शास्त्रों ने बताया
दोनों ने सुंदर गृहस्थ धर्म निभाया
पार्वती को आधी देह में स्थान दिया
पार्वती को अर्धांगिनी का मान दिया
शिव ने अपने श्री अंगों से तेज दिया
पार्वती ने शिव अपमान ना होने दिया
शिव ने प्रेम परीक्षा ली विरह व्यथा सही
पार्वती ने तप त्याग से सुंदर कथा कही
शिव ने अमरनाथ में आत्मज्ञान दिया
गुरु बने पार्वती को भक्ति ज्ञान दिया
शिव ने सर्वहित विषपान किया
शक्ति ने दानवों का संहार किया
धन्य है शिव पार्वती का जोड़ा
हर जन्म नाता प्रेम का जोड़ा।।