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Arun Gode

Tragedy

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Arun Gode

Tragedy

महाभारत की पुनरावृत्ती.

महाभारत की पुनरावृत्ती.

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महाभारत के वाकया के, हजारों सालों बाद, 

भारतीय को, द्रोपदी हरण फिर आया याद।  

आम जनता में चल पड़ी निरंतर कवायद ,

क्या दुर्योधन का पुनर्जन्म हुआ हैं, शायद?।  


मणिपुर में हुई थी, इतिहास की पुनरावृत्ती, 

संजीदा कर्मकांड की नहीं सुलझ रही गुथी।  

वायरल वीडियो में दिखी, अमानवीय जबर्दस्ती,   

बेहद शर्मसार घटना, स्त्रीयों पर देश में घटी।  


सूबे में ,आजादी के पचहत्तर सालों बाद, 

शर्मसार घटनाओं की, कैसी ये कवायद?।  

धर्म और जाती -जाती में, ये कैसा भेद ?, 

मानवता की, इन हैवानों ने हैं लगाई वाट । 


क्या किसी धर्म ने बताएं हैं, ऐसे अपवाद, 

जाती व धर्म के नाम करो, ऐसी वारदात।  

क्या हजारों के भीड़ नहीं था, कोई कन्हैया मर्द,  

वस्त्रहीन महिलाओं देखकर,उसे नहीं हुआ था दर्द। 


हमने तो अपनाई ,सूबे में लोकशाही शासनप्रणाली, 

देशवासियों को क्यों देखनी पड़ी, ऐसी क्रूर नंगाई?।  

नेता ,प्रशासन को देनी होगी, जन को ठोस सफाई, 

क्या मुखिया की नहीं बनती, कोई नैतिक जवाबदेही?। 

  

स्त्री रक्षा में उसने, क्यों बरती भयंकर लापरवाही,  

लोकतंत्र मैं कैसी हुई ,महाभारत की पुनरावृती ?।  

क्या नेता और शासकों की ,नहीं कोई जिम्मेदारी,

अबला नारी सबलीकरण सिर्फ, जुबानी दिखावटी।   



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