STORYMIRROR

neha sharma

Romance Fantasy

4  

neha sharma

Romance Fantasy

मेरी जिंदगी

मेरी जिंदगी

1 min
220

कुछ इस तरह बीत रही है जिंदगी मेरी कि हर लम्हे में कोई होता है

जो वो नही होता कभी तो अक्सर उसकी यादें होती है 


प्यार तो पहले भी था उनसे मुझे लेकिन जाने क्यों

अब मन ही मन उनकी चाहत होती है 


पलकें उठा करती थी कभी उन्हे देखने भर के लिए

अब उन्हे देख कर झुकने लगी है


मेरे दिल के मंदिर में बना ली है उसने भगवान जैसी

मूरत खुद की हर सुबह शाम अब उनकी पूजा होने लगी है।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance