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Lingraj Majhi

Drama Fantasy

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Lingraj Majhi

Drama Fantasy

मेरी ईद हो जाए

मेरी ईद हो जाए

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दुआ करो कि

हर दुआ कुबूल हो जाए

वो नज़र आए इन गलियों में

मेरी ईद हो जाए ।।


ये शाम फिर से शाम हो जाए

मौसम थोड़ा सुहाना हो जाए,

दिख जाए वो छत पे एक झलक 

मेरी ईद हो जाए ।।


के कुछ करिश्मा हो जाए 

दिल उनका हमारा हो जाए ,

एक मुलाकात हो जाए

मेरी ईद हो जाए ।।


दुआओं का असर हो जाए 

दिल पे उनका इख्तियार हो जाए,

उनको भी हमसे प्यार हो जाए

मेरी ईद हो जाए ।।


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