मेरी बिटिया
मेरी बिटिया
मेरी बिटिया सबसे प्यारी
लगती है जग से न्यारी
तितली जैसी उड़ती जाये
कलियों जैसी खिलती जाये
बूंदों जैसी टप-टप चलती
कभी गिरती कभी सम्भलती
कभी नकल करे दादी की
कभी दुल्हन बने शादी की
पढ़-लिख बिटिया नाम कमाए
माँ पिता को आस दिलाए
