मेरे साथी
मेरे साथी
आ रख दे मेरे साथी काँधे पर मेरे अपना गम से बेकल बोझ़िल सर, ले ले मेरी खुशियाँ सारी अपने हर गम तू मेरे नाम कर..
ज़िंदगी को थोड़ी हल्के में ले, आ गुफ़्तगु कर लें हम थोड़ी, आ जान मेरी हम सपने देखें वादियों में हो एक अपना घर..
खुशियों की बारिश हो जहाँ दु:ख की वहाँ परछाई न हो, तू मेरी मुस्कान पे मर मिट, मैं तेरी अदाओं पर जाऊँ वारी..
हौले हौले तू गम नासाज़ कर आँचल है मेरा पनाह तुम्हारी, कमीज़ तेरी मेरे अश्कों का घर, आ वादा कर ले एक दूजे से हम मरकर भी ना बिछड़ेंगे कभी..
माहिया तू मेरी ज़िंदगी मेरी साँसों की लय है टूटा गर तू मेरी मौत जानाँ निश्चित है, मैं बरस जाऊँ बूँद बूँद तू महक जा मिट्टी सा इसी में इश्क की जीत है..
एक करम कर होठों पर अपने हंसी तू मल मंज़ूर नहीं मुझे तेरी उदासी, खुद को यूँ मायूस न कर, मेरी गोद को सुकून का शामियाना समझ..
कीमत बोल तेरी हंसी की क्या लेगा, खाल उतार दूँ मेरे तन की या जान वार दूँ तुम्हारी चाहत पर मैं, या बोल पर तेरे अपनी हंसी वार दूँ..
मैं सर चढ़ा लूँ तेरी सारी उदासी बन जा तू मेरी खुशियों का मालिक, तेरे सदके मैं फ़ना हो जाऊँ मुझे कोई गम नहीं, तेरी खुशियों से बढ़कर मेरी कोई जुस्तजू ही नहीं।