मेरे हमसफर : मेरे हमदम !
मेरे हमसफर : मेरे हमदम !
तुमसे मेरा मिलना
एक नायाब मौका था ...
जिस पल से
हम दोनों एक-दूजे से
रुबरु हुए,
उस खुशनुमा पल की
यादें आज भी मैंने
संजोए रखा है ...
अपने दिल में
दबा रखा है ...!
यूँ ही कट जाए
ये ज़िन्दगानी ...
बस एक दूजे पे
भरोसा रख
हम अपनी मंज़िल को चलें ...
हर एक मुश्किल दौर को
हिम्मत और मेहनत से
पार करते चलें ...!
औरों को भी प्यार पे
भरोसा दिलाते चलें...
अपने साथ-साथ
औरों के होठों पे भी
मुस्कान बिखेरते चलें ...!