मेरा देश आजाद है
मेरा देश आजाद है
कितने दिन आजादी के बाद भी
खुद की देश को गुलामी की जंजीरों में
जबर्दस्त जकड़ा जाएगा
कितने दिन उसे लांछन के
चादर ओढ़ने को मजबुर किया जाएगा ?
अगर हम आजाद नहीं
तो यह जश्न मनाया क्यूं जा रहा ?
अगर हम आजाद नहीं
तो बंद करो ये नारा बाजी
बात तो यह है देश आजाद है
कब से,सालों से
और मैं कहूंगी
आजादी से पहले भी आजाद था
हमारा देश कभी गुलामी कर ही नहीं सकता
या उसे गुलाम बनाने की
किसी का जिगर नहीं है।
हम तो गुलाम है दिमाग से
शायद कभी आजाद हो ही नहीं सकते
हम तो मना लेते हैं जश्न साल में एक बार
पर एक एक पल गुलामी करते है
क्यूं की हमें गुलाम होना पसंद है
पर मेरा देश आजाद था और आजाद है।