मौलिक मूल्य राष्ट्र
मौलिक मूल्य राष्ट्र
जीवन यात्रा एक
अहम पड़ाव अविरल
निर्मल निश्चल निरपेक्ष
निर्विकार समाज
राष्ट्र हितार्थ।।
त्याग तपस्या सोच
कर्म धर्म दायित्व बोध
प्रखर निखर परिणाम
पल प्रति पल वर्तमान
पीढ़ी युग संस्कृति
सांस्कार प्रेरक पुरस्कार।।
उद्घोष हर हृदय आल्लादित भाव
बोध कर्म क्रांति संबाद सांचार
नित निरंतर नव युग मर्यादा
मुल्यों कि नैतिकता
पथ दिग्दर्शक मशाल।।
युवा युग चेतना जागरण
राष्ट्र निर्माण संस्कृति सम्पत्ति
धन्य धरोहर मनोहर मनुहार।।
भाव प्रखर के शब्द स्वर
समन्वय साहित्य
वास्तव वास्तविकता
अतीत वर्तमान का
दर्पण भाव।।
नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश!!
