मैं
मैं
मैं कौन हूं?
मैं कहां से आई हूं?
आने का कारण क्या है?
अस्तित्व मेरा क्या है?
पूछा जब लोगों से
उन्होंने कहा सुनो हमसे,
तुम मानव हो, मां की कोख से आई हो
आने कारण जीना है, अस्तित्व तुम्हारा सहना है।
पूछा जब मैंने यह सवाल खुद से
मिला मुझे जवाब स्वयं से,
मैं अग्नि की ज्वाला हूं अग्नि पिंड से आई हूं
आने का कारण पापियों को मारना है,
अस्तित्व मेरा पाप को मिटाना है।
भ्रष्टाचारियों का नाश करना है
पापियों का विनाश करना है,
गरीबी को मिटाना है
और इसी को मेरा पहचान बनाना है।
-अपर्णा