मैं तेरे बिन कुछ नहीं
मैं तेरे बिन कुछ नहीं
जिस दिन तुमसे बात नहीं होती
दिन न होता मेरा, रात न होती
मैं कितना तड़प जाता हूं जानम
तेरी याद में रोता रहता हूं सनम
तू मेरी सांसों में समाई है
हर सांस ने तेरी याद दिलाई है
कितना तुझे मैं चाहने लगा हूं
हर पल तुझ ही में समाने लगा हूं
लगने लगी है मुझे, दुनिया प्यारी सी
हर चेहरे में बसी, छवि तुम्हारी ही
तुम बिन, कुछ भी न भाता हमें
हर पल, तुम्हारा ही ख़्याल आता हमें
मैंने एक-एक दिन, तेरी याद में
रो-रोकर गुज़ारा है
मेरी ज़िन्दगी, अब तेरे हवाले,
तेरा ही मुझको सहारा है।