मै जो भी हूँ, जैसी भी हूँ
मै जो भी हूँ, जैसी भी हूँ
मै जो भी हूँ, जैसी भी हूँ,
तुझमें हूँ, तुझसे हूँ।
कोई इलाज़ नहीं अब मेरा,
फिर भी बेपरवाह हूँ।
सताया बहुत है तुझे,
फिर भी बेगुनाह हूँ।
मै जो भी हूँ, जैसी भी हूँ,
तुझमें हूँ, तुझसे हूँ।
मै जो भी हूँ, जैसी भी हूँ,
तुझमें हूँ, तुझसे हूँ।
कोई इलाज़ नहीं अब मेरा,
फिर भी बेपरवाह हूँ।
सताया बहुत है तुझे,
फिर भी बेगुनाह हूँ।
मै जो भी हूँ, जैसी भी हूँ,
तुझमें हूँ, तुझसे हूँ।