कोई इलाज़ नहीं अब मेरा, फिर भी बेपरवाह हूं। कोई इलाज़ नहीं अब मेरा, फिर भी बेपरवाह हूं।
तू दर्द उठा दिल में बर्दाश्त की पी लूँगा मैख़ाने अगर बंद हैं हालात की पी लूँगा। तू दर्द उठा दिल में बर्दाश्त की पी लूँगा मैख़ाने अगर बंद हैं हालात की पी लूँगा।
कातिल है वो मासूम और निर्दोषों का, गुनाहगार ये सच कभी जान पाता। कातिल है वो मासूम और निर्दोषों का, गुनाहगार ये सच कभी जान पाता।
सबका यह कानून है, देता सबका साथ। कदम मिलाकर जो चले, उसके सर पे हाथ... सबका यह कानून है, देता सबका साथ। कदम मिलाकर जो चले, उसके सर पे हाथ...
जिसकी पाक मोहब्ब्त को साखी तू बहुत ही बदनाम कर रहा है। जिसकी पाक मोहब्ब्त को साखी तू बहुत ही बदनाम कर रहा है।
कुछ ऐसी है ये फरवरी दुनिया लगे है जब भली। कुछ ऐसी है ये फरवरी दुनिया लगे है जब भली।