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Shashi Aswal

Romance

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Shashi Aswal

Romance

माना कि तू

माना कि तू

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माना कि तू खुद को जुदा कर लेगा मुझसे 

पर खुद को कैसे जुदा कर पाएगा मेरी यादों से


माना कि मैं तेरे लायक नहीं हूँ 

पर मेरे अलावा तुझ से कोई इतना प्यार

नहीं कर सकता


माना तू मेरे जिस्म को तो अलग कर लेगा

खुद से

पर मेरी रूह को कैसे जुदा कर पाएगा खुद से


माना हम पास नहीं रह सकते 

पर इस तरह हम दूर भी नहीं जा सकते


माना हमारा प्यार मुकम्मल नहीं हो सकता 

पर अधूरे प्यार का मज़ा ही कुछ और होता


माना प्यार में बहुत ताकत होती हैं,

पर माँ-बाप की परवरिश भी किसी ताकत

से कम नहीं होती।


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