माँ
माँ
वो माँ होती है
माँ
बच्चों के भोजन के लिए
मेहनत करती
सब को खिलाकर
आखिर में भोजन ग्रहण करती
वो माँ होती है
बच्चों के साथ कनेक्ट होती
लाड़ प्यार भी करती
बच्चों की भलाई के लिए
डांटती रहती है
फिर भी माँ प्यारी लगती है।
वो माँ होती है
माँ
बच्चों के भोजन के लिए
मेहनत करती
सब को खिलाकर
आखिर में भोजन ग्रहण करती
वो माँ होती है
बच्चों के साथ कनेक्ट होती
लाड़ प्यार भी करती
बच्चों की भलाई के लिए
डांटती रहती है
फिर भी माँ प्यारी लगती है।