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Ranjeet Jha

Tragedy

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Ranjeet Jha

Tragedy

लॉकडाउन के बात

लॉकडाउन के बात

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आई आई बताई तोके

लॉकडाउन के बात

एक त मिया सुथर

ऊपर से खईलस प्याज


एनबीएफसी मानल नइखे

मोरेटोरियम के बात

आई आई बताई तोके


मजदूरन बाटे सड़क पर

धिया-पुता साथ

जरल दुपहर आन्हर रतिया

नइखे दिया बात


भूखल देह पियासल मनवा

छतिया पिटत हाथ

आई आई बताई तोके


अबकी जाइब त कबहु न आइब

दिल्ली बम्बई गुजरात

मिली चाहे टूटल मडैया

चाहे सुखल भात


एक चवन्नी नइखे भेटल

बीस लाख करोड़ के सौगात

आई आई बताई तोके।


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