जब मैं बीमार होता हूँ...
जब मैं बीमार होता हूँ...
जब मैं बीमार होता हूँ
तो तुम्हारा सारा प्यार मिलता है
दिल तो चाहता है
कभी ठीक ना रहूँ
पर तुम्हारे माथे की शिकन से
कहाँ दिल को आराम मिलता है
जब मैं बीमार होता हूँ
तो तुम्हारा सारा प्यार मिलता है
बार बार पूछती हो तुम मेरा हाल
छोटी छोटी बातें बताने लगती हो
दवाइयों पर भरोसा नहीं होता
तुम अपने नुख्से आजमाने लगती हो
किसी अपने से चाहिये किसी को
ऐसा दुलार मिलता है
जब मैं बीमार होता हूँ
तो तुम्हारा सारा प्यार मिलता है
मेरे ठीक होने पर
फिर तुम्हारा कहीँ खो जाना
तुमसे बात करना चाहू
तो हा हूं मे बाते खत्म हो जाना
फिर से वही अकेलेपन मे मैं
फिर से वही इंतज़ार मिलता है
जब मैं बीमार होता हूँ
तो तुम्हारा सारा प्यार मिलता है।