झूठा इश्क़
झूठा इश्क़
जब झूठा इश्क़ किया करो
सोच लिया करो
जज़्बात कोई जोड़ रहा
सपने कोई बुन रहा
यूं बिन सोचे समझे
न इन्हे
नोच लिया करो
जब झूठा इश्क़ करो
सोच लिया करो...
किसी की सुखी ज़मीन पर
बारिश हो सकती हो तुम
सांस आखिरी भरते दिल का
मरहम हो सकती हो तुम
ख़तम करने से पहले कोई कहानी
कुछ कड़ियाँ
जोड़ लिया करो
जब झूठा इश्क़ किया करो
सोच लिया करो..