नये साल में नयी बात कीजिये
नये साल में नयी बात कीजिये
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नयी-नयी सूरज की किरणें
उतरी ओस की बूंदें बीनने
नये कोपल नयी घास
नए जल की नयी प्यास
नया फूल काँटा नया
नये-नये पत्थर पहाड़
नये बादल नये बरसात
नये झरने का नया राग मल्हार
नयी मिट्टी नया हाथ
नया चाक नया कुम्हार
नये साल में नयी बात कीजिये
जहाँ से समझ आये शुरुआत कीजिये