लोग क्या कहेंगे, छोड़ कर
लोग क्या कहेंगे, छोड़ कर
फैली है जो भ्रातियां
सब भ्रांतियों को तोड़ कर
लोगों को जगरूप बनाये
खुश रहे वैक्सीन लगवा कर
अफवाहों का बाजार गरम है
अफवाहों के गर्दन मरोड़ कर
चलो वैक्सिनेसन करवाने
लोग क्या कहेंगे, छोड़ कर
गिरने के डर से क्या हमने
बचपन में चलना छोड़ दिएं
जरा सा बुखार आएगा तो
वैक्सीन लगवाना छोड़ दें
कुछ लोग तो माना करेंगे
उनकी बातो को छोड़ कर
चलो वैक्सिनेसन करवाने
लोग क्या कहेंगे, छोड़ कर
घर पर ही कब तक बैठे रहेंगे
कब तक रहेंगे से डर-डर कर
मिल कर सभी वैक्सीन लगवाएं
फिर से हम रहेंगे खुश हो कर
मैंने तो लगवा लिया है
दूसरों के बातों को छोड़ कर
चलो वैक्सिनेसन करवाने
लोग क्या कहेंगे, छोड़ कर।
