दोस्तों की दोस्ती
दोस्तों की दोस्ती
मेरे B. ed दोस्त-यार सुनो
सुन लो सुनाए अंकित राज
संजय से शुरुआत करता हूँ
माँ-पिता के लेकर आशीर्वाद
आशीष दे कर बोले प्राचार्य
रजनी गंधा सा मुस्कान बिखेरें
सारे सहपाठी मिल कर
पिताजी के नाम रौशन करें
तमन्ना सबकी पूरी हो
हौसलों से छू लें आकाश
दोस्ती हमारा रो-hit हो
दीप से जीवन हो प्रकाश
चंदन बन कर सुगंध बिखेरे
सब के दिलों का प्रतीक बनें
कौशल से करें काम जग में
सूर्य के लाली सा सुबह शाम बनें
बिरेंद्र, दुर्गालाल, सुशांत,
राजश्री, हेमंती और संजना
दोस्ती रहे ऐसा ही सबका
मनिष, किशन का है कहना
बोली श्रेया, सोमी और प्रीति
जग में फैले सब का कृति
एक दूजे को भूलें ना कभी
दोस्तों के दिलों में रहें स्मृती
