क्या खोज रहे हो दुनिया में
क्या खोज रहे हो दुनिया में
क्या खोज रहे हो दुनिया में
क्या जब सब कुछ तुम्हारे अंदर है
क्या देखते हो दुसरो में
जब तुम्हारा ही मन दर्पण है
नही हूँ मैं टाटा, बिरला और अंबानी
खूद ही मैं हुँ अपने मन का राजा
राह किसी ने भी नही बनाया
ना ही था किसी बड़ बाप का हाथ
करना है कड़ी मेहनत
देखना है मेहनत कितना रंग लाएगी
एक पल मे नही बनता कुछ भी
सालों लग जाते है पाने मे अपनी मंज़िल
कल क्या होगा नही सोचना
बस मेहनत करते रेहना
मुश्किल चाहे कितनी भी आए
पर मत रुखना
मुश्किल है मंज़िल
पर मत रुखना
चलते ही रेहना
सुनना पडे़ फिर भी ताना
मगर अपने फ़ितुर को जगाए रखना
तोड़ देना सबका ब्रह्म
करना अपने सपनों को साकार
यही ताने मारने वाले एक दिन करेगे तुम्हारा सतकार।