क्या अब भी
क्या अब भी
ये पूछना था उनसे, क्या याद हमें करते हो
क्या हमें पाने की फरियाद अब भी करते हो
क्या अब भी मैं तुम्हारे सपनों में आता हूं
क्या अब भी मैं तुमको बातों से छेड़ जाता हूं
क्या अब भी याद है वो साथ गुनगुनाना
वो हाथों में हाथ डाले मीलों चले जाना
क्या अब भी वो स्कूटर याद आता है
वो जो बीच रास्ते में बंद पद जाता था
वो जो सड़को पे लम्हे बिखेर जाता था
क्या अब भी तुमने रखी हैं, वो चट्ठियाँ संभाल के
या हमारे तरह उन्हें भी फेंक दिया
क्या अब भी तड़पती हैं वो बाहें तुम्हारी
क्या अब भी याद आती है हमारी
क्या अब भी याद आती है हमारी?