कुत्ते पर तीन कविताएँ
कुत्ते पर तीन कविताएँ
1 min
253
1
कुत्ते का भोंकना
गली में अनजान आदमी का प्रवेश
सावधान.
2
मिलजुलकर रहने वाले
हिन्दू मुसलमान के नाम पर लड़े
पर मोहल्ले का कुत्ता सभी
घरों में जाता रहा पूर्ववत.
3
आदमी और कुत्ते में बस इतना फर्क़
फेंका टुकड़ा खाकर भी दम हिलाता है कुत्ता
और सम्मान सहित 56 व्यंजन खाकर भी
जड़े काट जाता है आदमी.