कुत्ता बना पहलवान
कुत्ता बना पहलवान


कुत्ता बना पहलवान, पहनकर चड्डी बनियान
रोज कसरत करने जाता है,भारी डंबल उठाता है।
मलमल तेल लगाता है, सौ-सौ अंडे खाता है
छोटे-छोटे जानवरों से,पंजा हरदम लड़ाता है।
बड़े जानवर से लड़ने की, हिम्मत नहीं जुटाता है
जो गलती से भिड़ गया तो, अपनी मुंह की खाता है।
जाने किस बात से घबराता है, हमेशा खुद को समझाता है
जिस दिन शेर के हत्थे चढ़ जाएगा, पहलवानी का भूत उतर जाएगा।