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Deepak Dixit

Romance

4  

Deepak Dixit

Romance

कुछ न कहा जायेगा

कुछ न कहा जायेगा

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जब रहा नहीं जायेगा

फिर कुछ तो कहा जायेगा

जो दिल से निकल रहा है

वो गीत बन जायेगा

शब्द तो इशारा भर है

उलझ न जाना इन इशारों में प्रिये

ये इशारा न जाने किधर ले जायेगा

बाँध तोड़ कर बह निकली हैं

सदियों से दबी भावनाएं

अब कुछ न कहा जायेगा

अब सिर्फ बहा जायेगा

तुम कहीं चले मत जाना

मेरे पास ही बने रहना

तुम्हारी जुदाई का दर्द

जब सहा नहीं जायेगा

तो कुछ न कहा जायेगा


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