कुछ खुशबू की कलम से
कुछ खुशबू की कलम से
हम किसी पे मरते है !!!
हम किसी पे मरते है !!!
इकरार किये बिना हम इनकार से डरते है
हम किसी पे मरते है !!!
उन्हें पता भी नहीं हम उनका नाम ले लेकर
हम शरारत करते है
हम किसी पे मरते है !!!
सालो तक जिनके खयालों में
हमने नज़रें बिछाई थी
उनसे नयन लड़ाने को हम तरसते है,
हम किसी पे मरते है !!!
उनसे बातें करके हमारे दिलों में कई करंट लगते है,
यह बताने को हम तरसते है,
हम किसी पे मरते है !!!
दुआ करो की वह हमसे कभी ना रूठे,
दुआ करो की वह हमसे कभी ना रूठे,
अगर वह रूठ जाये तो हम ज़िन्दगी से रूठ जायेंगे
यह बताने को हम तड़पते है,
हम किसी पे मरते है !!!
हम किसी पे मरते है !!!

