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Khushbu Fadke

Children Stories Inspirational

4.5  

Khushbu Fadke

Children Stories Inspirational

हैप्पी टीचर्स डे टू आल माय टीचर्स

हैप्पी टीचर्स डे टू आल माय टीचर्स

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कुछ एक पल होता था 

स्कूल में जब डर लगता था 

हर एक के नसीब में 

एक टीचर ज़रूर होता था... 

कुछ पल ऐसा रहता था 

हसीं नग्मों में दिल खोता था 

हर एक के नसीब में 

एक टीचर ज़रूर होता था ...

बचपन में जब याद सताती 

टीचर बहला फुसला के 

दिल को मानती 

पोयम्स को वह नाच नाच के सिखाती 

मम्मी पापा की दुलारी में कभी 

ना रोती और ना रुलाती 

हर पल वह मुझे बुलाती 

प्यार से एक मुस्कान अपनी मुझपर 

चिपकाती

मम्मी पापा की याद स्कूल में 

कभी नहीं आती 

इस तरह प्यार से वह सजाती

ख़ुशी से हमें ख़ुशी दे जाती 

उन लम्हों के नग्मों में दिल खोता था 

हर एक के नसीब में 

एक टीचर ज़रूर होता था ...

अब चलो बात करे उस पल की 

जब बड़े स्कूल में एडमिशन होता था 

दिल की धड़कने फिर ग़ुम हो जाती थी 

क्योंकि बड़े स्कूल में बचपन वाला 

टीचर नहीं होता था 

पर किस्मत का खेल भी निराला 

स्कूल  बचपन का मौसम हुआ पुराना

बड़े स्कूल में रेस्ट्रिक्शन आये 

हर दिन एक नया पाठ पढ़ाये 

मार मार के कुछ टीचर दिल को डराए 

नन्हे कदमों से यह दिल स्कूल से गुजरता था 

हर एक के नसीब में  

एक टीचर ज़रूर होता था ...

डिसीप्लेन के नाम पर 

हम छोटे चीड़ जाते 

वक़्त का हाल है यह 

हम सबको बतलाते 

आया नहीं समाज उस पल हमको 

कुछ भी 

रोते रहते हम स्कूल में आते ही...

फिर ममता के सागर में 

कोई इस कदर बाट लेता 

टीचर तुमसे हमको 

हर मोड़ में सिखला देता... 

वक़्त गुजर जाता स्कूल में यूं ही हमारा 

हर पल एक नया सबक टीचर से मिलता...

एक मोड़ ऐसा आया 

जब टीचर ने मेरे बारे में 

सबको बतलाया 

दिल उसी दिन कह गया 

माँ बाप से ज़्यादा टीचर ने हम समझा 

और समझाया ...

कॉलेज का दिन भी था निराला 

ख़ुशी से झूमता था 

हर एक फ़साना 

कुछ पल ही था 

कॉलेज में गुजारना

नया नया अफसाना होता था 

हर दिन पुराना ...

कॉलेज में टीचर दोस्त जैसे होते थे 

लेकिन पप्पा मम्मी से ज़्यादा वह हमको रोक ते थे 

दिन गुजार जाता उनके पाठ में खोकर 

वक़्त झट से गुजर गया कॉलेज में रहकर ...

जी जान से टीचर्स हमको इस कदर पढ़ते 

मम्मी पापा जैसी ज़िम्मेदारी से 

हमको रास्ता दिख लाते 

ज़िन्दगी संवर गयी 

हर एक को पाकर 

खुश नसीबी थी हमारी 

स्कूल कॉलेज में जाकर ...

हर एक पल गुजर गया 

यादों में याद रहकर 

खुश नसीब है हम 

हर एक टीचर को पाकर ...

हर एक पल नसीबों वाला 

हर एक नसीब को मिलता है 

हर एक के नसीब में 

एक टीचर ज़रूर होता है...


वत्सला फड़के (पहेली शिक्षक (आई))

फैंसी मिस

नीरज कौर सिहरा मिस

झुमुर भौमिक मिस 

जगदीश आचार्य सर 

विजय निकम सर 


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