कठपुतली की डोर
कठपुतली की डोर
जीवन है कठपुतली की डोर,
ईश्वर ने पकड़ा है छोर,
हर पल बढ़ता शोर,
लगा रहे अपना जोर।।
कदम आगे बढ़ाने है,
पर्वत पर भी चढ़ाने है,
सपने ऊंचे पाने है,
चेहरे जाने पहचाने है।।
जीवन है कठपुतली की डोर,
ईश्वर ने पकड़ा है छोर,
हर पल बढ़ता शोर,
लगा रहे अपना जोर।।
कदम आगे बढ़ाने है,
पर्वत पर भी चढ़ाने है,
सपने ऊंचे पाने है,
चेहरे जाने पहचाने है।।