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Ajay Rajpoot

Romance

5.0  

Ajay Rajpoot

Romance

करता हूं मैं तुझसे बेहद प्यार

करता हूं मैं तुझसे बेहद प्यार

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कहानी तेरी मेरी, सुनो तुम मेरी जुबानी

करता हूं मैं तुझसे बेहद प्यार

अनकहे अफसाने थे तुम थे बेगाने से

करता हूं मैं तुझसे बेहद प्यार


तुमने ना मेरी आंखों को पढ़ा

ना ही तुम मेरे लफ्जों को समझे

बस तेरा इंतज़ार करूं तुझको ही याद करूं

तुम ना समझे थे मेरे जज़्बात

करता हूं मैं तुझसे बेहद प्यार


मैं ठहरा ठहरा सा हूं उलझा उलझा सा हूं

कुछ भी कह ना पाया तुम बिन रह ना पाया

कायनात तू है मेरी चाहत भी तुझसे है

मैं कैसे बताऊं तुझको मेरे हालत

करता हूं मैं तुझसे बेहद प्यार


जीवन के इस सफ़र में तन्हा में हो गया हूं

तुझको ही ढूढे अखियां तू कहां खो गई है

तुम बिन अच्छा ना लागे तुम बिन जी सकूं ना

बस याद आती है तेरी हर बात

करता हूं मैं तुझसे बेहद प्यार

कहानी तेरी मेरी सुनो तुम मेरी जुबानी।


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